Thursday, November 21, 2024
 

ਹਰਿਆਣਾ

रिटायर्ड IAS राजेश खुल्लर की मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव पद‌ पर नियुक्ति प्रशासनिक‌ रूप से  वैध  -- एडवोकेट हेमंत

October 19, 2024 06:27 AM


 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रधान सचिव भी हैं सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी


चंडीगढ़ -  हरियाणा सरकार  के मुख्य सचिव  टी.वी.एस.एन. प्रसाद के हस्ताक्षर से‌‌ आज  18 अक्तूबर 2024  को जारी एक आदेश द्वारा 1988 बैच के रिटायर्ड आईएएस‌ अधिकारी राजेश खुल्लर की मुख्यमंत्री  हरियाणा  के मुख्य‌ प्रधान‌ सचिव‌ के पद पर नियुक्ति की गई है जो‌ केबिनेट मंत्री के रैंक एवं दर्जे में होगी. यह नियुक्ति प्रदेश के  मौजूदा‌ मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी  के  कार्यकाल के समकालीन होगी‌
बहरहाल,  खुल्लर‌ की ताजा नियुक्ति‌  के  कार्यकाल और सेवा- शर्ते आदि संबंधी आदेश बाद में जारी किए जाएंगे.

 गत वर्ष 1 सितम्बर 2023  को‌ भी  हरियाणा सरकार द्वारा जारी एक आदेश  मार्फत  राजेश खुल्लर को हरियाणा के तत्कालीन  मुख्यमंत्री‌ मनोहर लाल खट्टर  के मुख्य प्रधान सचिव‌‌  ( चीफ प्रिंसिपल सेक्रेटरी) पद पर नियुक्त किया गया था.

खुल्लर ने तब  रिटायर्ड आईएएस डीएस ढेसी  का स्थान लिया था  जो‌ 3 वर्षों तक इस पद‌ पर कार्य‌रत रहे  थे. ढेसी को उक्त पद से तो पदमुक्त ( रिलीव) कर दिया गया  हालांकि  शहरी विकास के प्रधान सलाहकार‌ नामक नव सृजित पद पर नियुक्त किया गया था.   सनद रहे कि खुल्लर नवंबर, 2015 से  अक्तूबर, 2020 अर्थात 5 वर्षों तक आईएएस‌  रहते‌ हुए‌ भी हरियाणा के मुख्यमंत्री‌ खट्टर के प्रधान सचिव तैनात रहे थे.


इसी बीच उक्त विषय पर कानूनी प्रतिक्रिया देते हुए‌  पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के एडवोकेट हेमंत कुमार ( 9416887788) ने बताया कि  अक्टूबर, 2020  में  प्रदेश सरकार द्वारा  मुख्यमंत्री कार्यालय में उच्च पद पर किसी  रिटायर्ड आईएएस या अन्य अधिकारी को  नियुक्त करने को  वैधता‌ देने बारे  सचिवालय की कार्यप्रणाली की हिदायतों में संशोधन कर यह प्रावधान किया गया था कि  मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव, अतिरिक्त प्रधान सचिव, उप प्रधान सचिव के अलावा  मुख्यमंत्री द्वारा अधिकृत कोई अन्य अधिकारी भी मुख्यमंत्री के आदेशों को सम्प्रेषित कर सकता है अर्थात  मुख्यमंत्री   की ओर से  आदेश/निर्देश पर‌‌ हस्ताक्षर कर सकता है. इसी संशोधन के बाद ही डीएस ढेसी की मुख्यमंत्री हरियाणा के मुख्य‌ प्रधान‌ सचिव पद पर नियुक्ति की गई थी.

हेमंत ने बताया कि चूँकि दिसंबर, 2018 में केंद्र सरकार द्वारा हरियाणा के लिए निर्धारित और स्वीकृत आईएएस  कैडर पदों में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव, विशेष प्रधान सचिव, अतिरिक्त प्रधान सचिव और उप प्रधान सचिव का एक- एक पद तो शामिल हैं परन्तु  मुख्य प्रधान सचिव का  नहीं, इसलिए यह आईएएस का  कैडर पद  नहीं है एवं इस प्रकार के पद सृजित करने में राज्य सरकार कानूनन सक्षम है.  फिलहाल मुख्यमंत्री कार्यालय में वी. उमाशंकर, आईएएस मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव के तौर पर‌ तैनात हैं  जबकि अमित अग्रवाल, आईएएस‌ और आशिमा बराड़, आईएएस दोनों मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव पद‌ पर तैनात हैं.


हेमंत ने बताया कि पडोसी राज्य पंजाब  में  भी मार्च, 2017 में सत्ता सँभालते ही तत्कालीन मुख्यमंत्री कैप्टन‌ अमरिंदर  सिंह ने  पंजाब कैडर के   एक रिटायर्ड आईएएस सुरेश कुमार को उनका मुख्य प्रधान सचिव नियुक्त किया था  हालांकि जनवरी, 2018 में हाई कोर्ट के एक सिंगल बेंच‌ ने उस  नियुक्ति  को भारत के संविधान के अनुच्छेद 166 (3) और उनके अंतर्गत बनाये गए नियमो की अवहेलना में किया गया करार करते हुए खारिज कर दिया था. इसके बाद  हाई कोर्ट के डिवीज़न बेंच ने फरवरी, 2018 में‌  सिंगल बैंच  के  फैसले को‌‌‌‌ स्टे कर था. सुरेश कुमार सितम्बर, 2021 तक अर्थात जब तक अमरिंदर‌ सिंह मुख्यमंत्री पद पर रहे, तब तक उनके मुख्य प्रधान सचिव‌‌ रहे.
 हालांकि उनके कार्यकाल दौरान उनकी उक्त पद‌ पर नियुक्ति उक्त मामला हाई कोर्ट के  डिवीजन बेंच के समक्ष लंबित रहा. बहरहाल, गत वर्ष‌ अप्रैल, 2022 में हाईकोर्ट के  डिवीजन बेंच ने रिटायर्ड आईएएस सुरेश कुमार की  मुख्यमंत्री पंजाब के मुख्य प्रधान सचिव‌‌ पद‌ पर नियुक्ति को‌ वैध‌ ठहराया. 


हेमंत ने  यह भी बताया  कि मई, 2014 में जब नरेंद्र मोदी देश के प्रधानमंत्री बने, तो उन्होंने भी उत्तर प्रदेश कैडर के एक रिटायर्ड आईएएस नृपेंद्र मिश्रा को उनका प्रधान सचिव‌‌ नियुक्त किया था और  फिर सितम्बर, 2019 में  गुजरात कैडर के  एक सेवानिवृत्त आईएएस प्रमोद कुमार मिश्रा को‌ प्रधान सचिव‌‌ नियुक्त किया‌ जो आज भी‌ कार्यरत हैं. अटल बिहारी वाजपेयी के प्रधानमंत्री काल में उनके प्रधान सचिव रहे ब्रजेश मिश्रा भी रिटायर्ड आईएफएस‌ ( भारतीय विदेश सेवा) अधिकारी थे.

 

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